Comments from Aam Aadmi of India

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संसद में हमारे सांसद ब्लू फिल्म देखते हुए पकडे गये, अराजकता नहीं फैली ! संसद में सांसदों ने रिश्वतखोरी के नोटों के बंडल लहराए मगर अराजकता नहीं फैली ! कांग्रेस का नेता नारायण दत्त तिवारी तीन-तीन वेश्याओ के साथ पकड़ा गया, वो अराजकता नहीं थी ! अभिषेक मनु सिंघवी ऐसे ही कारनामे में लिप्त था, तब भी अराजकता नहीं फैली ! भवरी देवी केस में मदेरणा हत्यारा,बलात्कारी पाया गया, तभी अराजकता का प्रशन नहीं आया ! भाजपा के राघव जी अपने नौकर से ही सम्बन्ध बनाते पकडे गये मगर भाजपा ने उसे भी 'अनैतिक-राष्ट्रवादी' मान लिया, अराजकता नहीं फैली ! फूलन देवी डाकू सांसद और राबड़ी देवी जैसे अंगूठाछाप मुख्यमत्री बन गईं,मगर अराजकता नहीं फैली ! राजा भइया, मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद,लालू यादव,मुलायम यादव जैसे चोर,गुंडे,घोटालेबाज़ संसाद बन गये मगर अराजकता तब भी नहीं फैली...यदुरप्पा,निशख,कलमाड़ी,कनोमोज़ी ने हजारो करोड का घोटाला करके देश पर महंगाई थोप दी, दिल्ली पुलिस ने बाबा रामदेव को सन्यासी से शलवार कुरता पहन कर दम दबाकर भागने पर मजबूर कर दिया लेकिन अराजकता थी की फैलने का नाम ही नहीं ले रही थी ! दिल्ली पुलिस रेडी वालों से लेकर रेड लाइट के दलालों तक से पैसा खाने में इमानदारी से लगी है मगर कमबख्त अराजकता नहीं फैली इसलिए दोस्तों...यकीन कीजिये...भ्रस्त,निकम्मी,रिश्वतखोर पुलिस और राजनीती को ठीक करने में अरविन्द ने जो हिम्मत दिखाई है, उससे भी अराजकता नहीं फैलेगी..अरविन्द ने कहा था, राजिनित अगर कीचड़ है तो इस कीचड़ में उतरना ही पड़ेगा...हाँ..भाजपाइयों और कांग्रेसी के लिए ये अराजकता ज़रूर है...अब इसका एक ही इलाज है...पानी पीकर अरविन्द को गालियां और डिस्प्रिन की 2-2 सुबह-शाम गोलियां .

नफ़रत जिसका संसार है ! धर्म जिसके लिये व्यापार है ! झूट जिसका संस्कार् है ! आदिवासियों केलिये जो निर्मम अत्याचार है! आतंक वाद जिसका हथियार है ! अग्यान् जिस का अपरंपार है ! कुछ भी फ़ेकते रहना जिसका व्यवहार है! जिस का मुद्दा कुरसी और सरकार है ! जिसके अकेले का खरच करोडों हज़ार है ! जिस के मनत्रियों में ब्याप्त भ्रष्टाचार है ! झूट,छद्म, ज़ुल्म ही जिसका परीवार है ! फिर् भी कहा जाता है इमान्दार है ! फ़िर भी छद्म हिदुत्ववादियों के लिये राम का अवतार है ! जो मानवता की राह का दीवार है ! दंगा कराना जिसके राजनीती का आधार है! जिसके लिये विदेशों का वीज़ा देने से इन्कार है! जो फ़ेक इन्काउन्टर के लिये बदनाम व ख्वार है ! इन्सान् पिल्ला है, जिसका ये विचार है! जिसकी मान्सिक्ता ही बीमार है ! जिस से उसका गुरू ही बेज़ार है ! जिसके भगवान आशाराम की दीक्छा ही बलात्कार है ! जो सज्जनता और् शान्ति के लिये आतंक है ! भारत महान के माथे का कलंक है ! *********************** उस से देश और् जनता को बचाना ! AAP की नज़र में पवित्र उपकार है ! आज लोगों का यही विचार है !! सच में, इसी में सब का उद्धार है! इन्कलाब की राह हमवार है ! इसीलिये इसीलिये आम आदमी पार्टी सबकी पुकार है ! हर देशप्रेमी और् सज्जन् उसके लिये ! जान देने को भी तैयार है ! जय AAP, जय भारत !!

  • हां! हम नए हैं. हम सब पहली बार मंत्री बने हैं. हम पहली बार सरकार चला रहे हैं... लेकिन ज़रा याद तो करिए कि इस 'नए..अपरिपक्व...लोगों की सरकार ने महज़ २० दिन में क्या क्या कर लिया है -
    1. सरकार बनते ही नेताओं और अफसरों की गाडियों से लाल और नीली बत्तियां हटाने का आदेश. ये बत्तियां सत्ता के अहंकार का प्रतीक बन चुकी थीं
    2. आते ही बिजली के दाम आधे किए.
    3. बिजली कंपनियों का आडिट शु्रू करवाया, जोकि कई साल से रुका पडा था
    4. हर घर को 700 लीटर तक पानी रोजाना मुफ्त किया
    5. दिल्ली में 5500 नए आटो परमिट जारी किए
    6. रैन बसेरों की संख्या 175 से बढाकर 230 तक कर दी. बसों में रैन बसेरे जैसे अभिनव प्रयोग किए. दिल्ली के बेघर लोगों के लिए ठोस नीति बनाने का काम चालू कर दिया गया है
    7. एफ.डी.आई. में विदेशी निवेश का फैसला वापस लेकर दिल्ली के लाखों खुदरा किराना विक्रेताओं को राहत दिलवाई
    8. भ्रष्टाचार के खिलाफ हेल्पलाईन शुरू, जिसकी वजह से रिश्वत मांगने वालों में खौफ बढ़ रहा है
    9. निजी स्कूलों में नर्सरी एडनिशन में मदद के लिए शिक्षा मंत्री की हेल्पलाईन.
    10. एक एक सरकारी स्कूल में पानी, शौचालय आदि के इंतजाम का बारीकी से निरीक्षण कराया गया. एक सप्ताह तक चले अब इस व्यापक अभियान के बाद हर स्कूल को यह सुविधाए तुरंत ठीक करने के लिए अतिरिक्त फंड दिया गया
    11. दिल्ली के कालेजों की गवर्निंग काउंसिल सदस्य बनने के लिए पहली बार विज्ञापन के जरिए शिक्षाविदों को आमंत्रित किया गया है, जबकि अब तक केवल राजनीतिक संबंधों के आधार पर शिक्षा मंत्री यह नियुक्तियां करता रहा है
    12. उच्च शिक्षा में छात्रों की सहायता के लिए 10,000 नई स्कालरशिप
    13. पानी के टैंकरों की पूरी जानकारी नेट पर उपलब्ध कराकर टैंकर माफिया पर अंकुश लगाया
    14. पर्यावरण के नजरिए यमुना के लिए खतरनाक मिलेनियम बस डिपो को हटाने का निर्णय
    15. इस सरकार के मंत्री रात रात तक जनता के साथ, उसके मसलों पर घूमते हैं

    इसके अलावा जिन मसलों पर काम लगभग हो चुका है, या शुरू किया गया है और आने वाले दिनों में इसके नतीजे देखने को मिलेंगे -
    1. जनलोकपाल कानून
    2. स्वराज कानून
    3. महिला सुरक्षा दल के लिए कानून
    4. अनियमित कालोनियों को नियमित करने पर जोर शोर से काम चल रहा है
    5. झुग्गियों के पुनर्वास के लिए नीति पर काम चल रहा है और आदेश जारी किया जाने वाला है कि तब तक झुग्गियों को तब तक तोडा ना जाए
    6. दिल्ली सरकार में वर्षों से खाली पडे 35000 हजार पदों पर नियमित नियुक्तियां करने का कार्य शुरू. इसके साथ ही ठेके पर या अनियमित नौकरी वाले सभी पदों पर नियमित नियुक्तियां करने का कार्य शुरू
    7. 197 नए स्कूल संभवत: एक से डेढ़ साल में बनकर तैयार हो जायेंगे
    8. दिल्ली जल बोर्ड और कामनवेल्थ खेलों की फाईलें पढी जा रही हैं, इसमें से जल्द कुछ निकलेगा

    इस सबके बाद भी हम अपरिपक्व ही हैं. मुझे नहीं पता कि दिल्ली के साथ ही चुनाव के बाद बनी राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ की सरकारों ने ऐसा क्या कर दिखाया है कि कुछ चैनल, अखबार उनकी परिपक्वता का लोहा मानकर उन्हें भूल ही गए हैं. शायद चुनाव जीतने के बाद इन सरकारों ने कई बड़े काम कर दिए हैं जो उनकी परिपक्वता की पहचान बन गई है़।
    अब जरा हम उन तर्कों पर भी नजर डाल लें जिनकी वजह से हमें अपरिपक्व बताया जा रहा है -
    1- राखी बिड़ला के कार का शीशा टूट गया
    2- सोमनाथ भारती ने अपने लाॅ सेक्रेटरी को कुछ कह दिया
    3- सोमनाथ भारती को 10 साल पहले एक गवाह से बात करने के लिए डांटा गया था
    4- सरकार के मंत्री जनता के चल देते हैं
    5- बिन्नी ने बयानबाजी कर दी।
    6- जनता दरबार में ज्यादा भीड़ आ गई
    7- अरविंद केजरीवाल को क्यूं नहीं पता चला कि पुलिस कमिश्नर छुट्टी पर नहीं हैं

    मेरी जानने की जिज्ञासा है कि आजाद हिंदुस्तान में बनी किस सरकार ने इतनी तेजी से महज 20 दिन में इतने बड़े-बड़े फैसले लिए हैं?

    हमें इस पर गर्व है कि हम राबड़ी देवी जैसे परिपक्व नहीं हैं। हम अखिलेश यादव की तरह परिपक्व नहीं हैं। हममें येदियुरप्पा, निशंक, गडकरी जैसी परिपक्वता नहीं है। हमें ए राजा, कलमाडी जैसी सरकार चलाने की समझ नहीं है।
    जी हां, हम नये हैं और हम जो कर रहे हैं अगर वह अपरिपक्वता है तो हम ता-उम्र अपरिपक्व रहना चाहेंगे।

बिन्नी ने इंडिया टीवी पे बोला की केजरीवाल ने अन्ना ,किरण बेदी,बाबा रामदेव आदि का इस्तेमाल किया !!!साथ हीं ये भी कहा की विधानसभा का टिकट देना पहले से फिक्स था !!!!!!

मेरा सवाल बस ये है की बिन्नी ने ये सब तब क्यूँ नहीं बोला

## जब अन्ना ,रामदेव और केजरीवाल अलग हुए ???

## जब टिकट दिया जा रहा था चूँकि वो भी स्क्रीनिंग कमिटी में था ????

पहले क्या उसकी बुद्धि घास चरने गयी थी !!!!!!


छत्तीछगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के लिये सिर्फ 81करोड़ का घर बनाया जा रहा है।
वो भी केवल 12ऐकड़ जमीन पे।
बेचारे कैसे रहेंगे इतने छोटे से घर में।  


CWG और दिल्ली जल बोर्ड की फाइलें पढ़ी जा रही हैं। दोषियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई शुरू हो जाएगी।


मीडिया, बीजेपी, कांग्रेस, सारे आम आदमी पार्टी के पीछे ऐसे पड़े है, जैसे सारे वादे १ महीने में पुरे करा के छोड़ेंगे, अगर यह तत्परता पिछले ६७ सालों में दिखायी होती या फिर कम से कम UPA के १० सालों में, भी दिखायी होती तो हिंदुस्तान अमेरिका से भी ज्यादा विकसित देश होता. जो काम ये निक्कम्मे लोग ६७ सालो में नहीं कर सके वो उम्मीद करते है कि वो सब काम १ महीने में हो जाये, दोगले पैन कि हद है.


सिस्टम सिर्फ प्रभावशाली लोगों का संरक्षण कर रहा है, थोड़ा जारूकता पैदा हुई है, लोग बदलाव के लिए आतुर दिख रहे हैं, अब तक जो लोग आम इंसानों की ज़िंदगी को मज़ाक बनाये हुए हैं, अब आने वाले समय में उनकी खैर नहीं, हम हर जगह लोगों में उत्साह देख रहे हैं, भ्रष्ट पार्टियों में बेचैनी है, उनके तमाम गुर्गे आज खिजलाये हुए हैं, फेसबुक पर भी देखा जा रहा है, बाहर भी, लेकिन आम जनता अब राजनीति में स्थापित चेहरों को बदल कर ही दम लेगी, लोकसभा का आने वाला चुनाव बहुत बड़े परिवर्तन का कारण बनेगा, हर व्यक्ति हैरान और परेशान है, महगाई कि मार, भ्रष्टाचार का नंगा नाच अपनी तमाम सीमाओं को लाँघ चूका है, इस चुनाव में भिवंडी जैसे शहर में परिवर्तन को देखा जा सकता है, जहाँ लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही पार्टी का दिल से स्वागत कर रहे हैं


Masoom Delhi police, who cant arrest women at night, they cant search without warrant ... in this photo ..what they were doing 1 year ago ... performing Garba dance here..
Photo: Masoom Delhi police, who cant arrest women at night, they cant search without warrant ... in this photo ..what they were doing 1 year ago  ... performing  Garba dance here..

PLEASE READ... (George Lobo NY, USA)
I know Arvind since our IIT Days. Since I know the man like the back of my hand, it really pains me in reading all these misinformed opinions of him. He is one of the most intellegent & knowledgable person I have come across in my life & definitely the most selfless & honest.On those IIT Days also, while we all were thinking about our career & thinking of leaving India at the 1st oppurtinity, he was hell bent on doing something to change the face of India. He was a big fan of V.P. Singh those days & was very inspired with his honesty (bofors) & efforts to achieve social justice (mandal commission). He was almost a non-believer & hated BJP for the mandir movement. Whoever is accusing him to be a RSS/BJP agent has no idea what he/she is talking about.Those doubting his honesty/integrity should be informed that he was Joint Commissioner, Income Tax Dept in Delhi when he resigned from IRS. By conservative estimates, officer of this rank in Delhi/Mumbai makes atleast Rs. 1 crore per month from external sources (you can make out what these external sources can be).How many of us can dedicate our life to the mation when such a lucrative career is infront of us? I am making USD 125000/month here & he was 10 times brighter than me.I appeal to all Indians (irrespective of caste/religion) to not let go of this chance to reclaim our country from these corrupt politicians. It is because of our "Chalta Hai" & "Dont Care" attitude that things have come to this.And lastly, if you cant do anything for the country, atleast please dont accuse Kejriwal of being communal/arrogant/dishonest without checking the facts. We all batchmates (belonging to various castes/ religions) believe that if India can elect 100 leaders like Kejriwal to the Parliament, the country will be counted among the best in 10 years time.


When we speak about Jan Lokpal, they talk of Binni
When we ask what are criminals doing in politics, they ask how can Arvind live in a 5 BHK house
When we ask why cant BJP-Congress declare their funding like AAP, they say how can Manish Sisodia have a VIP number plate on his car 
When we say lets give power to the people by Swaraj law, they say - Arvind ne Anna ko dhokha diya
Now people of India have to decide what are their real issues on which they have to vote !!!


i haven't seen so much love for delhi police by the BJPians, congis and the media recently. your argument is so weak. you say "there should be women interrogators and the police officers should have reasonable grounds for believing that the offence is being committed". - For your kind information, there were women officers on the spot and there were written complaints from the residents for last 6 months. that area is very famous in delhi for prostitution. you dont need a detective to know that what's going on in there. every resident is aware of it.

forget about Aam Admi Party or BJP or congress, just think that you are a resident of that same area and the police is not taking action. you know that the police is helping them. what will you do. will you give them one day to get warrant so that they will inform the drug racket to escape. BJPians are full of RSS people and they teach others not to celebrate Valentine's day, not to go out with girl friends, not to go to pubs because they are against our culture. but in this case of drugs and prostitution, they are asking for warrant? does RSS get warrant to attack pubs, valentine day celebration or AAP press conferences?


जहा बिन्नी जैसे ओल्ड मेंबर को भी अरविंद के खिलाफ कुच ठोस पॉईंट नहीं मिला, तो फिर बाहरवालो को क्या खाक मिलेगा!!! My vote to ‪#‎AAP‬ definitely!


Imran A Siddiqui Friends -- keep this news aside.. don't promote and make hype... Wearing Cap is not the condition to support AAP.. If we ask Sikh are supporting with their turban and let muslim support with their own cap.. Not a big deal.. we want honest people to support AAP does not matter whether they are with cap or turban or with out these.


पागलों कि टोली ... राखी बिड़ला और क़ानून मंत्री आधी रात को शहर कि क़ानून व्यवस्था का जायजा लेने के लिए घर से बाहर निकलते हैं वो भी इतनी सर्दी में ...ऊपर से उनकी क्लास लेने कि जगह उनका साथ देने आ गया अरविन्द...भला पुलिस से भी कोई पंगा लेता है वो भी आम आदमी के लिए..?..जो पार्टी समर्थन दे रही है २४ घंटे उसी पार्टी के पीछे पड़ा रहता है .कोई मौका नहीं छोड़ता उनकी ऐसी कि तैसी कि .शहर में सब आराम से चल रहा था मगर आते ही अफरा तफरी मचा दिया ..किसीको भेज दिया किसीका तबादला कर दिया .एक बेवकूफी की हो तो बताऊँ .शीला के खिलाफ चुनाव में खड़े होने का रिस्क हो या अमेठी में कुमार विश्वास को राहुल के सामने लड़वाने का फैसला .बवकूफी पे बेवकूफी .अगर दुश्मन से निपटना ही है तो एक एक करके निपटता एक साथ सबसे भिड़ने कि क्या जरूरत है ?..जनता को तो आदत पड़ चुकी थी जैसे तैसे जीने कि फिर क्या जरूरत पड़ी थी उनकी जगाने कि..?..रोज गालियां खाने कि आदत है शायद इस आदमी को ...अब कहता है मजबूत लोकपाल लाऊंगा अरे जिस अन्ना ने लोकपाल कि लड़ाई कि शुरुवात करी थी जब वो ही पीछे हट गए तो तुम्हारे सर में कोई कीड़ा है क्या ..?..खुद भी सोता नहीं है और मुझे जैसे जाने कितने लोगों को भी काम पे लगा रखा है सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि दुश्मन हर पल पीछे पड़ा है ..हर पल हमला कर रहे हैं ..याद रखना उन्हें सिर्फ एक बार कामयाब होने कि जरूरत है और अरविन्द को हर बार कामयाब होकर दिखाना होगा ...हमने भी किन पागलो को सत्ता सौंप दी यार ..किसीको सर फ़िल्म का वो गाना याद है..?.. आज हमने दिल का हर किस्सा तमाम कर दिया खद भी पागल हो गए हमको भी पागल कर दिया . सर सर ओ सर ......वी लव य


Today happened an extraordinary thing wid me,in lunch i went to a nan wala,he used to give plate of nan for forty rupees but today he charged me only thirty and that too wid sight of relief clearly evident on his face. When i asked the reason he said Kejriwal ka kamal hai saheb.My excitement went on mars... Then he explained he used to give ten thousand monthly to beat officer which he is now not giving as not been demanded by officer. It really touched me bcoz of the transformation in nan wala also. So honesty is sprouting let us make it a midas touch and change ourself before bringing the change.


Bjp trolls की 95% से ज्यादा पोस्ट पर अरविंद और "आप " की बुराई उनकी तिलमिलाहट घबराहट बौखलाहट और चिंता को प्रमाणित करता है वहीं "आप " की वजह से हो रहे उनके चुनावी नुकसान को भी प्रकट करता है काश इससे पहले भी इन्होंने कभी कान्ग्रेस सपा बसपा आदि का इतना विरोध किया होता तो ये दिन ना देखने पड़ते....! बेचारे.......!!


From https://www.facebook.com/imranksiddiqui?viewer_id=607133796
on Jan 11, 2014
Dosto be aware.. ab BJP wale bahut sare fake photo/news and edited video share karenge... Thodi se common sense lagana.. yeh fake photo/news ya to photoshop ke through teyyar honge ya aese news paper ke through hongi (generally hindi ke) jiska aapne kabhi naam nahi suna hoga... maine bahut basic nishani batadi baki aap log samajhadar he sach aur jhoot ko pehchan ne mei.. Jab bhi aap koi AAP ke khilaf post dekhe meri bat ko dhyan mei lana aur faisla lena..

From https://www.facebook.com/delhidude
on Jan 13, 2014

Before the Modi's rally in Goa, the CM Parikar was saying that around 1.5 lakh people will come. 
Now I do not understand one thing, If the crowd is NOT pre-calculated, then how come they calculate it so exactly? Have you ever seen Kejriwal speculating about the crowd in his rally?
Even we always get surprised by seeing the number of people rushed for the oath ceremony or janta darbaar. We do not buy people to show off in media.. we do not put the camera angle at such level from where it can make illusion of a large crowd. 
If your crowd is real, then how can you calculate them before they arrive?

From dhalendra chandrawanshi <dhalu2008@gmail.com>

On FDI Pros and Cons


Pros:
1. Dollars inflow and generation of employment.
2. Logistic infra like cold-storage etc might be build which will curb the wastage of corps in case of no storage or less storage facilities.
3. farmers would be able to sell their corps directly to companies. Thus they will get better price for their hard work.
Cons:
1. It will sell made in china products and street products under a big name. No benefit to Indian manufacturing sector.
2. it will destroy more employment then it will create mainly street banias will face the consequences. 
3. After few years outflow of Dollars will be more than inflow.
Conclusion : It is not a solution for India's problem. India is so different in terms of social and economical structure than any other country in the earth.
Suggestion:
1. For logistic infra: request domestic player to come ahead and create infra. This will help to employment generation as well as capital creation. Also efficiency of storage will be improved.
2. Encourage Future group, Reliance to be a big player in multi brand retail. street shop and Indian multi brand store can easily go hand on hand. Infra is already in place. Encouragement can be given by giving some tax benefit etc, [Please don't give anything free.]
3. The same structure of buying directly from farmers can be applier to domestic players as well. I don't understand why we need a foreign company for doing this.
4. Competition: Let domestic company compete with each other, it would be fruitful for long term economy.
Truth : Even if govt allow FDI how many companies is coming into party? Until governance, bureaucracy is transparent and clean, we are anyways not going to get big companies.
This is all I understand and observe. we can definitely debate on all points.

Revolution started by aap is necessary for change - Dr Abdul Kalam

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