उदयपुर/प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ जिले के कोटड़ी व मोहेड़ा गांव में मंगलवार शाम को दो समुदायों के बीच गोलियां चलने से तीन लोगों की मौत हो गई और 7 जने घायल हो गए। क्षेत्र में दोनों पक्षों की ओर से पथराव व आगजनी की गई।
देर रात तक हालात काबू नहीं होने पर कोटड़ी व मोहेड़ा गांव में कफ्र्यू लगा दिया गया। इससे पहले पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए लाठीचार्ज किया और धारा 144 भी लगाई। आसपास के गांवों व जिला मुख्यालय पर भी पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं। उदयपुर में घायलों के पहुंचने से पहले रात दो बजे भाजपा व संघ के कई कार्यकर्ता अस्पताल पहुंचे।
एहतियातन यहां भी प्रशासन अधिकारी व पुलिस जाप्ता तैनात किया गया। आईजी जीएन पुरोहित ने बताया कि रेंज मुख्यालय से भी फोर्स रवाना की गई है। पुराने विवाद को लेकर दोनों समुदायों के बीच विवाद हुआ। दोनों पक्षों में कुछ बातों को लेकर पहले से भी विवाद चल रहा था। एसपी उत्सवलाल छानवाल ने रात 1.17 बजे भास्कर को कोटड़ी व मोहेड़ा में कफ्र्यू लगाने की जानकारी दी।
फायरिंग करने वाले युवक फायरिंग करते हुए मोहेड़ा गांव की ओर निकल गए, वहां भी फायरिंग की गई। बात बढऩे पर दूसरे पक्ष की ओर से भी फायरिंग की गई। इसमें एक पक्ष के युवक की मौत हो गई और दूसरे पक्ष के 9 लोग घायल हो गए, जिसमें तीन युवकों की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को प्रतापगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि गंभीर घायलों को उदयपुर रेफर कर दिया गया है।
फायरिंग की घटना के बाद कोटड़ी व मोहेड़ा में दोनों समुदायों ने आगजनी व पथराव किया। कुछ घरों व वाहनों में आग लगा दी गई। रात तक लोग पथराव करते रहे। हालात बेकाबू होने पर पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। पुलिस ने बल प्रयोग किया, जिससे अफरा तफरी मच गई। आसपास क्षेत्र में भी तनाव का माहौल पैदा हो गया है।
स्थिति को नियंत्रण कर रहे हैं : कलेक्टर- एसपी
प्रतापगढ़ कलेक्टर रतन लाहोटी और एसपी उत्सवलाल छानवाल ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच पुराना विवाद था। रास्ते में विवाद के बाद फायरिंग की घटना हुई। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच फायरिंग में एक की मौत हो गई और 9 घायल हैं। हम स्थिति को कंट्रोल कर रहे हैं।
प्रतापगढ़ कलेक्टर रतन लाहोटी और एसपी उत्सवलाल छानवाल ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच पुराना विवाद था। रास्ते में विवाद के बाद फायरिंग की घटना हुई। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच फायरिंग में एक की मौत हो गई और 9 घायल हैं। हम स्थिति को कंट्रोल कर रहे हैं।
Aam Aamdi Comment - Musalmano yeh dekhkar bhadakte he ki muslims mare he
Hindu yeh dekh kar bhadatke he ki hindu mare he
Koi yeh nahi sochta ek masoom/majboor insan mara he.
Ek aisa insan mara he jiske on paper name alag he religion alag he.
Bahut bar to inlogo ko apne mazhab ki zero knowledge hoti aur na hi woh kis religious activity mei participate karte lekin waqt aane pe woh aapsi hinsa mei mare jate he..
Jabtak Hindustan mei communal riots ke upar acche bills nahi honge, unhe implement nahi kya jayega tab tak yeh dange hote raheneg tab tak masoom log marte rahenge.
Sakht kanoon banne chahiye, admin zimmedar hona chahiye, galti koi bhi community ka kare use sakht saza milni chhaiye.
Abhi 2014 lok sabha election nazdeek he aur bahut dange hone ki sambhawana he.\
kya kisi se socha he zyadatar dange election ke time hi q hote he?
India needs a change. I hope AAP is the only solution.
source of info - Bhaskar
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